लाल सिंह पटेल एवं किरण कुमार श्याम
यंग प्रोफेशनल ज.प. खैरागढ
जिला - राजनांदगांव

व्यक्तिगत जानकारीः-
महिला का नाम- उत्तरा वर्मा, पति का नाम- सुखरामवर्मा, ग्राम- महरूमकला, ग्राम पंचायत- महरूमकला, विकासखण्ड- खैरागढ, जिला- राजनांदगांव, आयु- 30, शिक्षा- 10वी, समूह मे जुड़ने कि तिथी- 17/05/2015, ग्राम संगठन- तुलसी ग्राम संगठन, ऋण- 60000, जमीन- 3 एकड़।

परिवार का आय का साधनः-
1.पति का मजदूरी से वार्षिक आय लगभग-20000
2.मछली पालन -250000

मछली पालन का विवरण-
  • मछली पालन का शुरूआत -अगस्त 2018
  • मछली पालन हेतु तालाब -1
  • मछली पालन हेतु लागत राशि-140000

पारिवारिक पृष्ठभूमि -
परिवार मे कुल सदस्य-04

मछली पालन का उददेश्य-
महिलाओ का मछली उत्पादन की भागीदारी रखते हुए उसकी आय मे वृद्धि करना।

एक गृहणी से मछली पालन का सफर-
  • श्रीमती उत्तरा वर्मा सन 2017 से डे एन.आर.एल़ एम अंतर्गत स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई है। ग्राम संगठन के गठन के पश्चात ग्राम मे सक्रिय महिला के रूप मे कार्य करती हैं कि प्रारंभ मे परिवार कि स्थिति कुछ ठिक नही थी। परिवार मे आय के साधन अत्यान्त सीमित थे।पति के रोजी मजदूरी से जैसे तैसे परिवार कि गुजर बसर वा दो वक्त कि भोज नही नसीब होता है या परंतु उत्तरा केे समूह मे जुड़ते वा सक्रिय महिला के स्व मे कार्य करते करते बहुत सारे लोगो से मुलाकात होती गई वा ठेलकाडीह के बाजार मे एक दिन उनको मछली लेने का मन हुआ तो उन्होने जैसे ही बाजार गई तत्पश्चात उनको मछली मार केट मेता जा मछली नही मिल पाया उसके बाद उत्तराने उसी दिन से घर के बाड़ी मे एक टंकी मे मोगर मछली पालना शुरू किया।
  • एक टंकी कि मछली उत्पादन मे दीदी ने अपने खाने के लिए मछली उत्पाद शूरू किया मछली ज्यादा होने के कारण उन्होने आसपास के लोगो को मछली बेचना शुरू किया फिर मछली कि छोटी सी टंकी मे उत्पादन वा लाभ को देखते हुए उनको उत्तरा ने गांव के तालाब को किराया लेना प्रारंभ किया।
  • लगभग 1 वर्ष पूर्व एक सामान्य घरेलू महिला के माध्यम से जब खैरागढ़ के सभा कक्ष मे राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन ’’बिहान’’ द्वारा कार्यशाला रखी गई थी।
  • जिसमे मछली विभाग कि जानकारी दी गई थी।
  • सलाना आय-250000 रू.

मछली पालन से आय-
मछली पालन से इन्हे वर्ष भर नियमित रूप से आमदनी हो रही है।
  • इसी आमदनी से वहट्रेक्टरली है।
  • अपने बच्चे को एक अच्छा स्कूल मे दखिला करवाई है।
  • मिटटी वाली मकान से छत नुमा मकान बना ली है।

भविष्य कि कार्य योजनाः-
श्रीमती उत्तरा वर्मा जब सेे मछली पालन का कार्य कर रही है,तब से उनके अत्मविश्वास मे वृद्वि एवं समाज मे उनकी प्रतिष्ठा बढ़ी है। अपने कार्य के प्रति लगन एवं बड़ी मेहनत से वह अन्य महिलाओ के लिए मार्गदर्शक साबित हो रही है।

बढ़ती आयु को देखते हुए उनका सपना अन्य गाव के जो दूसरी तालाब है,उनको किराया से लेने के लिए इच्छा रखती है। और भविष्य मे घर के जमीन को छोटे छोटे तालाब बनाकर उसमे मछली पालन का कार्य बड़े पैमाने पर करना है।