अमित नामदेव, पी.एच.डी. स्कालर
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)

धान हमारे देश एवं राज्य में उत्पादित व खपत फसलों दृष्टि से मुख्य अनाज की फसल हैं। धान की खेती में खरपतवार एक प्रमुख बाधा है एवं फसल की उपज में कमी के लिए प्रत्यक्ष रुप से जिम्मेदार हैं। खरपतवार के प्रभाव से धान के उत्पादन में लगभग 40-65 प्रतिशत् की कमी आती हैं जो कि किसानों के सामने एक बड़ी चुनौती हैं। खरपतवारों को हाथ से निराई, रासायनिक विधि अथवा शक्तिचलित खरपतवार नाशक (पावर वीडर) के द्वारा नष्ट किया जा सकता हैं। श्रमिकों द्वारा हाथ से निराई करने से अधिक समय, श्रम एवं लागत लगती हैं इसी प्रकार रासायनिक विधि खरपतवार उन्मुलन में आशाजनक परिणाम तो दिखाती हैं परन्तु मानव एवं पर्यावरण पर इसके दुष्प्रभाव के कारण प्रतिबंधित हैं। यांत्रिक निराई का उपयोग खरपतवार को नष्ट कर मिट्टी में ही दबाकर पौधों के जड़ों में पर्याप्त वायु का संचारण करना हैं। यांत्रिक खरपतवार नाशक (मेकिनिकल वीडर) के उपायोग से फसल को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती हैं। शक्तिचलित धान के खरपतवार नाशक (पैडी पावर वीडर) में मुख्य ढ़ांचा होता हैं जिसमें इंजिन, गियर बाॅक्स, चक्रीय ब्लेड, फ्लोट (डोंगा के आकार का), हत्था, मडगाड (मिट्टी के छिंटे को रोकने हेतु) आदि लगे होते हैं। गियर बाॅक्स इंजिन के लम्बवत दिशा में लगा होता हैं जिसकी सहायता से चक्रीय ब्लेड को शक्ति प्राप्त होती हैं। हत्था के लम्बाई को चालक की सुविधानुसार निर्धारित किया गया हैं। ताकि अधिक समय तक बिना किसी असुविधा के कार्य किया जा सके। फ्लोट का कार्य यंत्र को नमी युक्त मिट्टी में धसने से रोकना हैं। पारंपरिक विधि की तुलना में इस यंत्र के उपयोग से लगभग रु 6500 प्रति हेक्टेयर की बचत होती हैं। शासन द्वारा इस यंत्र पर 25 प्रतिशत् की सब्सिडी प्रदान की जाती है।

तकनीकी विवरणः

सम्रग माप (लंबाई × चौड़ाई × ऊँचाई)

1470 × 735 × 830

शक्ति स्त्रोत (अश्व शक्ति)

1.50-1.75 पेट्रोल इंजिन

चक्रीय ब्लेड

एल आकार 4-6 प्रति कतार

वजन (कि.ग्रा)

17-20

दोनों कतार की दुरी (मि.मी)

250

गति (चक्कर प्रति मिनट)

300

क्षमता (हे. प्रति घंटा)

0.15

खेत में दक्षता (प्रतिशत्)

70-90

ईंधन की खपत (लीटर प्रति घंटा)

0.67

पौधों की हानि

1 प्रतिशत् से कम

मूल्य (रु)

45000/-

(तकनीकी विवरण का मान औसत है)   



पावर वीडर निर्माता एवं विक्रेताः-

1. वी.एस.टी. टीलर्स ट्रैक्टर लिमिटेड

2. होण्डा सीयल पावर प्रोडक्स लिमिटेड

3. कुबोटा एग्रीकल्चर मशीनरीस लिमिटेड

4. गरूडा (सार्प गरूडा 3 पी.टी. 250)

5. एग्रीकौनिक मशीनरीस प्राईवेट लिमिटेड, रायपुर