श्री प्रदीप कुमार, श्री हेमंत कुमार, श्री अजलान खान डॉ देवशंकर राम एवं डाॅ. एच. सी. नन्दा
शहीद गुंडाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कुम्हरावण्ड, जगदलपुर (छ.ग.)

कारनेशन

प्रयोग- गुलदस्ते, पुष्प गुच्छ तथा सजावट करने में।

जलवायु- दिन का तापमान 25 डिग्री सेन्टीग्रेड तथा रात का तापमान 10 डिग्री सेन्टीग्रेड होना चाहिए।

मिश्रण-   मिट्टी सर्वाेपयुक्त है फिर भी इसे कोकोपिट, रोकबुल तथा ज्वालामुखीय राख में अच्छी पौधों की बढ़वार होती है।

किस्में-   

स्टेन्डर्ड टाइप: एस्पाना, रेडकोर्सो, लाइट पिंक, कैंडी, कावारेट, स्कानिया, डेसियों और मास्टर आदि।

स्प्रे टाइप: सीमस प्राइड, परपल चैपिन, हैप्पीनेस, रेड एरो, स्कार लेट और एलीगेन्स आदि।

प्रवर्धन: 10-15 सेमी. लम्बी नई शाखाओं को काटकर कटिंग तैयार करके पौधे तैयार हो जाते है।

पौधरोपण- जडीय पौधो को मध्यस सितम्बर से नवम्बर तक 15*15 या 20*20 सेन्टीमीटर की दूरी पर क्यारियों में लगा देते है।

पिन्चिंग- आधी या एक या दो कलियों को तने से हटाकर बाकी को अच्छे फूलों के लिए छोड़ देते है।

सहारा देना- नाइलोन के तार का जाल 75-100 सेन्टीमीटर की दूरी पर क्यारियों में लगा देते है या बांस की खपच्चियां लगा देते है।

निष्कलिकायन स्टेन्डर्ड- टाइप केवल मुख्य तने की कलिका को छोड़कर बाकी कलिकाओं को हटा देते है।

स्प्रटाइप- इसमें मुख्य तने की कलिका को हटा कर बाकी सब कलिकाओं को छोड़ देते है।

डिसूटिंग- अनवांछित शाखाओं को जमीन की सतह से पौधे से अलग कर देना।

उर्वरक- 200 पी.पी.एम. नत्रजन, 50 पी.पी.एम. फास्फोरस, 200 पी.पी.एम. पोटाश तथा 1पी.पी.एम. बोरोन की आवश्यकता होती है, इसको बूंद सिचाई प्रणाली द्वारा गर्मियों में सप्ताह में दोबार एवं सर्दियों में सप्ताह में एक बार देना लाभदायक रहता है।

पुष्प काटना 

स्टेन्डर्ड टाइप- जब पुष्प का आकार पेंट ब्रुश जैसा बन जाये तब डंडियों सहित फूल काट लेते है।

स्प्र टाइप- जब 2-3 फूल खिल जाते है तब डंडियों को काट लेते है।

पुष्प कटाई उपरान्त देख भाल- सूखे शीत ग्रह में 2-4 डिग्री सेन्टीग्रेड तापमान पर एवं 95% आर्द्रता वाले स्थान पर रखना चाहिए।

पुष्प उपज- अच्छी प्रजातियों से 250-300 फूल/वर्ग मीटर में प्राप्त हो जाते है। लगभग 2500000-300000 पुष्प/हैक्टेयर ए.बी.सी. श्रेणी के 60ः30ः10 के अनुपात में मिल जाते है।



कीट

थ्रिप्स- 0.01% गोरोर के घोल का छिड़काव करें।

कैटरपिलर/कली छेदक-  (0.1% रिपकार्ड या 0.05% क्वीनोलफास का 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करें)

स्पाइडर माइटस- (0.05% डाइकोफोल या 0.03% वीटावल सल्फर या 0.05% वरटीमेक के घोल का छिड़काव करें।)

बीमारियाँ 
फ्यूजेरियम बिल्ट- 0.15% बाविस्टिन से 15 दिन के अन्तराल पर भूमि को उपचारित करें।

अल्टरनेरिया लीफ बिलाइट- 0.2% कैपटान का 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करे ग्रे मुल्ड (ग्रीन हाउस में आर्द्रता कम कर देनी चाहिए।)

बाजार मूल्य- अप्रैल से जून तक 20-50 रूपये/बन्डल 20 डंडियों का, जुलाई-मार्च 80-150 रूपये/बन्डल 20 डंडियों का।