श्री प्रदीप कुमार, श्री हेमंत कुमार, श्री अजलान खान एवं डाॅ. एच. सी. नन्दा
शहीद गुंडाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कुम्हरावण्ड, जगदलपुर (छ.ग.)

गुलाब

प्रयोग: सजावट, गुलदस्ते और पुष्पगुच्छों में प्रयोग होता है।

जलवायु: अच्छे पुष्पोत्पादन के लिए रात का तापमान 17 डिग्री सेन्टीग्रेड और दिन का तापमान 29 डिग्री सेन्टीग्रेड होना चाहिए।

मिश्रण: गुलाब को मृदा में उगाया जाता है लेकिन अधिक उत्पादन के लिए मृदा रहित मिश्रण जैसे कोकोपिट, ज्वालामुखीय भस्म तथा चट्टानी भस्म अधिक उपयुक्त रहती है।

प्रजातियां: फस्र्टरेड, ग्रान्डगाला, कन्फेन्टी, विवाल्दी लम्बाडा और नोविलसी प्रमुख किस्में उपयुक्त पायी गयी है।

क्यारी: गुलाब की खेती के लिए एक मीटर चैड़ी क्यारियां उपयुक्त रहती है।

पौधा रोपण: तैयार गुलाब के पौधे 20x20 सेमी की दूरी पर उठी क्यारी में अक्टूबर के मध्य में लगाना चाहिए।

पौध घनत्व: 7000 पौधों को एक हेक्टेयर खेत में रोपने के लिए 7 पौधे/वर्ग मीटर में रोपना चाहिए।

पौधों की बढ़वार: शुरूआती समय में पौधों की अच्छी बढ़वार के लिए अवांछित टहनियों को मोड देते हैं तथा जंगली नई शाखाओं को काट कर हटा देते है नई कोपलों एवं कलियों को तोड़ने से भी पौधें की बढ़वार अच्छी होती है।

सिंचाई: बूंद सिंचाई पद्धति का उपयोग करना चाहिए जिससे पौधे को दिन में 3-4 बार पानी दिया जा सके, क्योंकि एक वर्ग मीटर में 4-7 ली. पानी की प्रतिदिन आवश्यकता पड़ती है।

उर्वरक: 100ः50ः100 पी.पी.एम एन.पी.के. की मात्रा गर्मियों में तीन दिन एवं सर्दियों में दो दिन के अन्तराल पर देना चाहिए।

कटाई-छटाई: व्याधिग्रस्त एवं अवांछित टहनियांे को वर्ष में एक बार अक्टूबर के द्वितीय एवं तृतीय सप्ताह में पौधें की कटाई छंटाई जरूरी है।

उपज: 50ः40ः10 के अनुपात में ए.बी.सी. श्रेणी के 10,00,000-2,00,000 फूल प्रति हेक्टेयर प्राप्त होते है। लगभग 100-200 फूल प्रति वर्गमीटर क्षेत्र से प्राप्त होते है।

कटाई उपरान्त रखरखाव: सर्वप्रथम 4 डिग्री सेन्टीग्रेड तत्पश्चात सूखे क्षेत्र में 1 डिग्री सेन्टीग्रेड पर एक सप्ताह तक शीत ग्रह में रख सकते है।

कीट पंतगे:
  • एफिड: (0.05% मोनोक्रोटोफास या 0.03% डायमीथेएट का 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करें।)
  • स्पाइडर माइटस: (0.05% डायकोफोल या 0.03% बिटैबल सल्फर या 0.5% बस्टीमेक का छिड़काव करें।)
  • रेड स्केल: (0.05% मोनोक्रोटोफास का छिड़काव करें)
  • थ्रिप्स: (0.05% मोनोक्रोटोफास या 0.05% मीथोमाइल का प्रयोग करें)
  • कली भेदक: (0.01% फिनवालेट का प्रयोग करें)
व्याधियां: डाईबेक (बोर्डाक्स मिश्रण का प्रयोग करें), पाउडरी मिल्डियू (0.05% सल्फर धूल या 0.05% बेलिटोन या 0.05% बाविस्टीन का छिड़काव करें) डाउनी मिल्डियू (काॅपर ऑक्सीक्लोराइड या मैनकोजेब का 0.05% की दर से छिड़काव करें) रस्ट (जिनोब का 0.02% की दर से 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करें।)

बाजार मूल्य: 30-40 से.मी./रूपये 30-50/बन्डल 20 डंडियों का 40-50 से.मी. 50-70 प्रति बन्डल/20 डंडियों का 50-60 सेमी. 60-80/प्रति बन्डल/20 डंडियों का, 60 से.मी. 100-140/प्रति बन्डल/20 डंडियों का ।