ज्योति सिन्हा (पीएचडी स्कॉलर) वानिकी विभाग
संदीप तांडव (पीएचडी स्कॉलर) वानिकी विभाग
डॉ. सुबुही निषाद (कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस बालिका इकाई)
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़
त्रिफला चूर्ण, जिसका नाम संस्कृत में “त्रि” (तीन) + “फला” (फल) से बना है, यह तीन प्रमुख आयुर्वेदिक फलों आंवला, बहेड़ा और हरड़ के समान अनुपात में सुखाए गए चूर्ण है। यह पारंपरिक रूप से शरीर के तीनों दोष वात, पित्त और कफ को संतुलित करने के लिए प्रयोग किया जाता है और इसे एक शक्तिशाली रसायन (रिजुवेनेटर) माना जाता है । त्रिफला चूर्ण के नियमित सेवन से पाचन, अंतःशोधन (डीटॉक्स), रोग प्रतिरोधक क्षमता, त्वचा, बाल, आँखों की दृष्टि और ह्रदय‑स्वास्थ्य जैसे कई आयुर्वेदिक लाभ प्राप्त होते हैं।
आंवला
आंवला को अमृतफल व आमलकी के नाम से भी जानते हैं। इसे कई तरह से इस्तेमाल में लाया जाता है। लोग फल जूस अचार और चूर्ण के रूप में इसका इस्तेमाल करते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। यह हमारी पाचन शक्ति के लिए भी बहुत अच्छा है। यह शरीर को ठंडा रखता है और इसे डिटॉक्सीफाई करता है। यह लीवर हृदय व फेफड़ों के लिए भी अच्छा रहता है।
बहेड़ा
इसे भी औषधि की तरह इस्तेमाल किया जाता है। बहेड़ा को बिभीतकी और विभिता नाम से भी जानते हैं। इसके सेवन से बुखार को कम करने और घाव को भरने में मदद मिलती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह दर्द निवारक की तरह काम करता है। यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है।
हरड़
हरड़ को हरितकी के नाम से भी जानते हैं। यह देखने में अखरोट जैसा फल होता है। इसे तब तोड़ा जाता है जब यह पककर पीले रंग का हो जाता है। यह पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मसूड़ों से खून आने की समस्या को भी यह ठीक करता है। यह पाचन को बेहतर करता है। लीवर को स्वस्थ बनाता और हमारी भूख को बढ़ाने का काम करता है।
त्रिफला चूर्ण के औषधीय गुण, लाभ
त्रिफला पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हमें कई स्वास्थ्य लाभ देते हैं। यह त्रिफला पाउडर खासतौर पर कब्ज एसिडिटी गैस से राहत दिलाता है। इसके साथ-साथ ही यह पाउडर हृदय रोग डायबिटीज और हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी सहायक है।
- आंखों के लिए फायदेमंद त्रिफला - आंखें हमारे शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है जिसका हमें हमेशा ध्यान रखना चाहिए। आंखों के स्वास्थ्य के लिए त्रिफला एक टॉनिक का काम करता है। यह आंख के लेंस में ग्लूटाथिओन के स्तर को बढ़ा सकता है। इसके अलावा यदि मोतियाबिंद के जोखिम को कम करना चाहते हैं तो भी आप त्रिफला का सेवन कर सकते हैं।
- कब्ज में लाभकारी त्रिफला- गलत खानपान के चलते आजकल सभी लोग कब्ज की परेशानी से जूझ रहे हैं लेकिन यदि ऐसे में त्रिफला चूर्ण का सेवन किया जाए तो कब्ज से राहत मिल सकती है। त्रिफला चूर्ण कब्ज के लिए बहुत लाभकारी है। त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लिया जाए तो आप कब्ज की समस्या से राहत पा सकते हैं।
- शरीर में एलर्जी और बैक्टीरिया को बढ़ने से रोके - त्रिफला गुग्गुलु में एंटी-वायरल एंटीएलर्जी गुण होते हैं जो सर्दी बुखार जी मिचलाना जैसी समस्याओं का इलाज कर सकते हैं। इसको पाउडर रूप में पानी के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। त्रिफला गुग्गुल के फायदे उन लोगों के लिए देखे जा सकते हैं जिन्हें एलर्जी की समस्या ज्यादा होती है।
- मोटापा कम करने में सहायक - त्रिफला चूर्ण और मोटापा आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे मुमकिन है कि त्रिफला से मोटापा कम हो जाए। लेकिन यह सच है यदि आप त्रिफला का सेवन करते हैं तो आप कुछ हद तक अपना वजन कम कर सकते हैं। वजन कम करने में त्रिफला चिकित्सीय एजेंट की तरह काम कर सकता है यह ना सिर्फ वजन कम करने में मदद करेगा बल्कि शरीर का फैट भी कम कर सकता है। अपने वजन को कम करने के लिए यदि आप 10 हफ्ते तक त्रिफला चूर्ण का सेवन करें तो आप वजन और फैट दोनों में कमी देख सकते हैं।
- रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मददगार - शरीर में रेड ब्लड सेल्स का कम होना एनीमिया की समस्या खड़ी कर सकता है। इस समस्या से बचाव के लिए आप त्रिफला और शहद के फायदे देख सकते हैं। त्रिफला चूर्ण रेड ब्लड सेल्स और हिमोग्लोबिन को बढ़ाने में काफी असरदार है साथ ही शहद भी शरीर में खून बढ़ाने में मदद करता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाए त्रिफला - त्रिफला में इम्यूनिटी मॉड्यूलेटरी गुण होता है इसलिए कमजोर इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आप त्रिफला का सेवन कर सकते हैं। त्रिफला में कई ऐसे एक्टिव कंपाउंड हैं जैसे गैलिक एसिड, एलेजिक एसिड जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं और यह हमारे शरीर की इम्यूनिटी को सुधारने में सक्षम है।
- हृदय को स्वस्थ रखे त्रिफला - हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। यदि आप त्रिफला चूर्ण का सेवन करें तो आप अपने रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हैं और कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकते हैं। त्रिफला चूर्ण रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल जैसी परेशानियों को कम करके हमारे हृदय को स्वस्थ रखने मदद करता है।
- डायबिटीज़ में उपयोगी त्रिफला - त्रिफला चूर्ण डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी है। इसके नियमित सेवन से उनका ब्लड ग्लूकोज लेवल कम हो जाता है। दरअसल इसमें एंटी-डायबिटिक और हाइपोग्लिसेमिक प्रभाव होता है जो टाइप-2 डायबिटीज को भी नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
- त्वचा रखे जवां त्रिफला - सेहतमंद और जवां त्वचा किसे नहीं पसंद। यदि आप भी अपनी त्वचा को सेहतमंद रखना चाहते हैं तो त्रिफला का इस्तेमाल करें। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण ना सिर्फ त्वचा की कोशिकाओं की रक्षा करते हैं बल्कि त्वचा की देखभाल के साथ-साथ उसे स्वस्थ भी बनाए रखते हैं। त्रिफला का सेवन बढ़ती उम्र के लक्षणों को भी कम करता है। इसके साथ-साथ त्वचा में होने वाली खुजली जलन जैसी समस्याओं से भी त्रिफला चूर्ण आपको छुटकारा दिला सकता है।
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लाभ क्षेत्र |
गुण व प्रभाव |
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पाचन एवं रेचक |
कब्ज गैस अपच दूर करता है हल्का और सुरक्षित रेचक |
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डीटॉक्स एवं लिवर हेल्थ
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शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालता है यकृत लिवर कार्यप्रणाली सुधारता है |
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प्रतिरोधक शक्ति |
विटामिन एवं एंटीऑक्सिडेंट से इम्यून बढ़ाता है संक्रमण से सुरक्षा |
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हृदय शरीर |
रक्तचाप नियंत्रित करता है हृदय स्वास्थ्य बनाए रखता है |
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त्वचा व बाल |
झुर्रियाँ कम करता है बाल मजबूत घने बनते हैं |
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नेत्र स्वास्थ्य |
आंखों की समस्याओं से राहत |
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वजन नियंत्रक |
चयाप्रक्रिया बढ़ाता है मोटापा घटाने में सहायता करता है |
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जोड़ गठिया में राहत |
सूजन |
- हरड़ 100 ग्राम
- बहेड़ा 100 ग्राम
- आंवला 100 ग्राम
बनाने की विधि
- सबसे पहले सभी सामग्रियों को पीसकर इनका बारीक पाउडर बना लें।
- फिर इन्हें छान लें।
- अब इन सभी चूर्ण को मिला लें।
- अब इस मिश्रण को एक कांच के जार में भर लें।
- आपका त्रिफला चूर्ण रोजाना इस्तेमाल के लिए तैयार है।


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