श्रीकांत साहू, पी.एचडी. रिसर्च स्कॉलर, सब्जी विज्ञान विभाग, 
महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, पाटन, दुर्ग, (छ.ग.)
जतीन कुमार, प्रक्षेत्र सहायक, आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग,
 इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)

रूफ या टेरेस गार्डन क्या है:
घर की छत पर कंटेनरों, गमलों या ग्रो बैग्स में पौधे उगना रूफटॉप गार्डन (Rooftop Garden) या टेरेस गार्डन (Terrace Garden) के रूप में जाना जाता है। घर की टेरेस या छत पर गार्डन बनाकर आप फूल, सब्जियों और हरे-भरे पौधे को उगा सकते है। टेरेस पर गार्डन बनाने के लिए घर की छत मजबूत और वॉटर प्रूफ होनी चाहिए, इसके साथ ही वॉटर सप्लाइ और वॉटर ड्रेनेज सिस्टम की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे कि आपके द्वारा लगाए गए पौधो के लिए पर्याप्त पानी मिल सके और बारिश के अतिरिक्त पानी की उचित निकासी हो सके। इसके साथ ही गार्डन बनाते समय इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए, कि मकान को किसी भी प्रकार के लीकेज़ और नमी से सुरक्षित रखा जा सके।

टेरेस गार्डन कैसे बनाएं:

टेरेस गार्डन के लिए वॉटरप्रूफिंग लेयर बनाना – टेरेस गार्डनिंग के लिए वॉटरप्रूफिंग ज़रूरी होता है, जिससे कि घर की बिल्डिंग को लीकेज और नमी से बचाया जा सकता है। गार्डन की छत को लीकेज और जल जमाव की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप गमलों या कंटेनर को ऊँचे ठोस स्थान पर रखें। इसके लिए आप ड्रेनेज मेट का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा प्रोटेक्शन वॉटरप्रूफिंग के लिए घर की छत पर क्ले-टाइल्स को फ्लोर पर लगा सकते हैं।

रूफ गार्डन के लिए जल निकासी और जल भंडारण की व्यवस्था – टेरेस गार्डन बनाने के लिए सबसे आवश्यक तत्व पानी होता है जो पौधो की सिंचाई के लिए काम आता है, इसलिए अपने टेरेस पर जल को स्टोर करके रखने की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए, और पौधे लगे गमलों या कंटेनरों से भी अतिरिक्त पानी के निकास के लिए सही ड्रेनेज़ सिस्टम का भी होना ज़रूरी है, जिससे पानी इकठ्ठा ना हो सके, आसानी से बाहर निकल जाए। इसके अलावा छत से भी बारिश और सिंचाई का पानी जल्दी निकलने की व्यवस्था होनी चाहिए।

टेरेस गार्डन बनाने के लिए बुनियादी आवश्यकताएं – छत (टेरेस) पर गार्डन बनाना बहुत महंगा नहीं है, आप टेरेस गार्डन के लिए नर्सरी से सभी जरूरी सामान जैसे पौधे या बीज (plants or seeds), कंटेनर, ग्रो बैग, पॉट्स, गार्डनिंग उपकरण (gardening equipment’s), गार्डन मिट्टी (gardening soil) या पॉटिंग मिट्टी (potting soil) और जैविक खाद (organic manures), आदि प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपके पास नर्सरी जाने का समय नहीं है या आपको अपने आस-पास कोई भी नर्सरी नहीं मिलती है तो आप ऑनलाइन भी इन सभी चीजों को खरीद सकतें हैं|

टेरेस गार्डन के लिए कंटेनर – रूफ गार्डन या टेरेस गार्डन के लिए कंटेनर, गमले और ग्रो बैग्स सबसे अच्छे होते हैं। आप टैरेस गार्डनिंग के लिए किसी भी आकार और साइज़ के कंटेनरों का उपयोग कर सकते हैं, और उनमें पौधे उगा सकते हैं। टेरेस गार्डन में पौधे लगाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले सभी कंटेनर में 2 से 3 ड्रेनिंग छेद होने चाहिए। पौधे के आकार और वृद्धि के आधार पर टैरेस गार्डनिंग के लिए राउंड ग्रो बैग, रेक्टेंगुलर ग्रो बैग या गार्डनिंग बेड्स का चुनाव कर सकते हैं। ग्रो बैग और गमले छत पर ज्यादा जगह भी नहीं घेरते हैं और इनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से प्रतिस्थापित भी किया जा सकता है।

टेरेस गार्डन के लिए बेस्ट मिट्टी- टैरेस गार्डन शुरू करने से पहले आप छत की सतह मिट्टी के भार को कम करने पर विचार बनाएं। सामान्य गार्डन की मिट्टी का इस्तेमाल करने से बेहतर है कि आप अच्छी तरह से तैयार की गई पॉटिंग मिट्टी में पौधे को उगाएं। पॉटिंग सोइल एक समय मिट्टी की तुलना में बहुत हल्की होती है। आप मिट्टी के वजन को कम करने के लिए मिट्टी के साथ हल्की सामग्री जैसे- गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, कोकोपीट, रेत मिलाकर एक अच्छा पॉटिंग मिश्रण तैयार कर सकते हैं।

टेरेस गार्डन में पौधे लगाना – एक बार जब आप सही ढंग से टेरेस को तैयार कर गमलों का चयन कर लेते हैं, तो आप सभी प्रकार के पौधों को उगाने का विचार बना सकते हैं। आप अपने टेरेस पर सजावटी पौधे, फूल के पौधे, लता या बेल वाले पौधे, सब्जियां और छोटे से मध्यम साइज़ वाले पेड़ लगा सकते हैं। आप टेरेस पर गमलों या ग्रो बैग को उचित स्थान पर रखें और उनमें पॉटिंग मिट्टी भरकर पौधों को रोपें। यदि छत पर, गार्डनिंग के लिए उपलब्ध स्थान सीमित है, तो आप वर्टीकल गार्डनिंग के तहत बेल वाले पौधे या हैंगिंग प्लांट लगा सकते हैं।

टेरेस गार्डन में पानी या सिंचाई की आवश्यकता– छत पर बनाए गए गार्डन में स्वचालित ड्रिप सिंचाई प्रणाली को स्थापित करना बेहद फायदेमंद होता है। आप ड्रिप सिंचाई प्रणाली के अलावा मैनुअल सिंचाई का विकल्प भी अपना सकते हैं। टेरेस गार्डन में गमले या ग्रो बैग्स में लगे पौधों को वाटरिंग कैन या होज़ की मदद से पानी देना अच्छा होता है। सुबह का समय पौधों को पानी देने का बेस्ट टाइम होता है क्योंकि सुबह के समय पानी देने से पौधों को हाइड्रेटेड रखने और प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया का समर्थन करने में मदद मिलती है।

टेरेस गार्डन के लिए धूप और छांव– कभी-कभी पर्याप्त धूप में उगने वाले पौधे भी अत्यधिक गर्मी सहन नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण साल के सबसे गर्म महीनों में गार्डन में लगे पौधों की अधिकतम देखभाल की आवश्यकता होती है। अतः अधिक गर्म मौसम के दौरान गार्डन में लगे पौधों को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से पानी देना, जाल का उपयोग करके पौधों को छाया प्रदान करना, पर्याप्त पोषक तत्वों की आपूर्ति करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

टेरेस गार्डन की देखभाल और रखरखाव –
  • जल निकासी निरीक्षण
  • कूड़े को हटाना या निराई करना
  • पौधों के स्वास्थ्य का निरीक्षण करना
  • पौधों को विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिस्थापन और रोपण
  • नियमित सिंचाई
  • पौधों की छंटाई
  • खाद डालना
  • रोग और कीट नियंत्रण, इत्यादि।

टेरेस गार्डन के लाभ –
  • टैरेस गार्डन बनाने से आपके घर को ठंडा रखने में मदद मिलती है, यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बहुत अच्छा है।
  • घर के वातावरण को साफ़ और स्वच्छ रखने में तथा प्रकृति से जुड़े रहने में मदद मिलती है।
  • आपको दैनिक रूप से ताजी और ऑर्गनिक सब्जियां और फल खाने को मिल सकते हैं।
  • टेरेस गार्डन शारीरिक रूप से सक्रीय रहने में मदद करता है।
  • हवा में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है।