राहुल मिश्रा, (एम.एस.सी) सब्जी विज्ञान
प्रज्ञा सिंहदेव,(एम.एस.सी) फल विज्ञान
सैमहिगिन बॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं 
विज्ञान विश्वविद्यालय, प्रयागराज (उ.प्र.)

कई बार हंसी-मजाक में शाकाहारी लोगों को यह जरूर सुनना पड़ा होगा कि पनीर के अलावा वेजीटेरियन और खा ही क्या सकते हैं। अगर आपको भी कभी कोई ऐसा कहे तो आप उन्हें कह सकते हैं कि शाकाहारी लोगों के लिए हरी सब्जियों की कमी नहीं है। पालक पत्तागोभी बीन्स करेला जैसी आम सब्जियों के अलावा भी कई अन्य सब्जियां भी बाजार में मौजूद हैं जिनके विषय में लोग ज्यादा नहीं जानते जैसे केल। संभव है कि आप इसका नाम पहली बार सुन रहे होंगे और सोच रहे होंगे कि ‘केल क्या है? तो इस लेख के जरिए हम इसी सब्जी के बारे में आपको जानकारी देंगे कि काले खाने के फायदे क्या-क्या हैं और इसे कैसे उपयोग किया जा सकता है।

केल क्या है
केल एक हरी पत्तेदार सब्जी है जिसे लीफ कैबेज भी कहते हैं। यह सिर्फ हरा ही नहीं बल्कि बैंगनी रंग में भी पाया जाता है। इसे पत्तेदार सब्जियों की श्रेणी में रखा गया है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है साथ ही इसका स्वाद भी काफी अच्छा होता है। यह ब्रोकली पत्तागोभी और फूलगोभी के ही परिवार का है।

केल (काले) आपके सेहत के लिए क्यों अच्छा है?
केल पौष्टिक खाद्य पदार्थों में से एक है। इसमें विटामिन (ए सी के) कैल्शियम पोटैशियम फाइबर और कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपको स्वस्थ रखने का काम कर सकते हैं। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की कोशिकाओं की क्षति का बचाव कर कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।

केल के फायदे

1. हृदय के लिए केल के फायदे
हृदय स्वस्थ तो आप स्वस्थ लेकिन भागा दौड़ भरी दिनचर्या में दिल को सेहतमंद रखना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। वैसे अगर आपस ही डाइट लेते हैं तो हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। अब जब डाइट की बात आई है तो आप अपनी आहार में केल को शामिल कर सकते हैं। यह न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट है बल्कि यह आपके दिल को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है। एक शोध में इस बात का जिक्र है कि केल जूस कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर हृदयरोग के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है। इसलिए हृदय को स्वस्थ रखने के लिए केल के जूस का सेवन करना लाभकारी हो सकता है।

2. मधुमेह के लिए केल के फायदे
डायबिटीज एक वैश्विक स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है जिससे एक बड़ी आबादी ग्रसित है। अगर आप इस गंभीर बीमारी से बचना चाहते हैं तो केल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। यह एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है जो एंटी-डायबिटिक गुण से समृद्ध होता है जो मधुमेह के जोखिम से आपको बचा सकता है।

3. डिप्रेशन के लिए काले के फायदे
इस भाग दौड़ के दौर में लोगों के पास खुद के लिए भी वक्त नहीं है साथ ही साथ घर और काम की चिंता लगभग हर किसी को है। ऐसे में कई लोगों को तनाव की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में अगर आप खुद को डिप्रेशन से बचाना चाहते हैं तो केल के सेवन का लाभ उठा सकते हैं। केल एंटी डिप्रेसेंट गुणों से समृद्ध होता है जो तनाव से आपको राहत देने का काम कर सकता है।

4. कैंसर के लिए केल के फायदे
केल कई पौष्टिक तत्व जैसे- कैल्शियम पोटैशियम व फाइबर स भरपूर होता है। इतना ही नहीं इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है साथ ही यह कैंसर जैसी घातक बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है।

5. एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी
एंटीऑक्सीडेंट शरीर के लिए आवश्यक माना जाता है और यह कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट अन्य शारीरिक तकलीफों से भी छुटकारा दिला सकता है। शरीर में इसकी पूर्ति के लिए आप केल का सेवन कर सकते हैं क्योंकि यह बाकी जरूरी पोषक तत्वों के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है। एंटीऑक्सीडेंट के साथ केल एंटी-इफ्लेमेटरी गुणों से भी समृद्ध होता है जो सूजन की समस्या से आपको आराम दिलाने का काम कर सकता है।

6. रोग प्रतिरोधक शक्ति के लिए केल
शरीर को स्वस्थ रखना है तो व्यक्ति का इम्यून सिस्टम मजबूत होना जरूरी है। जिन व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वे जल्दी बीमार पड़ते हैं। मौसम में हल्के बदलाव से भी उन्हें सर्दी-जुकाम और बुखार की समस्या हो सकती है। ऐसे में इम्यून सिस्टम को बेहतर करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी हो जाता है। रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए आहार में केल को शामिल किया जा सकता है। केल कई पौष्टिक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो आपको स्वस्थ रहने में मदद कर सकता है।

7. मोटापे के लिए केल
आज लगभग हर दूसरा व्यक्ति बढ़ते वनज से परेशान है। कई लोग मोटापे को कम करने के लिए व्यायाम या योग का सहारा लेते हैं जो कि सही है लेकिन इसका असर तब और ज्यादा होगा जब व्यक्ति अपनी डाइट पर भी ध्यान दे। डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल कर आप मोटापे की समस्या से धीरे-धीरे ही सही लेकिन छुटकारा पा सकते हैं। उन्हीं सब्जियों में से एक है केल। केल की गिनती लो कैलोरी फूड में होती है। इसे सुपर फूड भी कहा जा सकता है। यह कई विटामिन-ए विटामिन-के विटामिन-सी फोलेट जैसे पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें मौजूद डाइट्री फाइबर मोटापे से बचाव का काम कर सकता है।

8. यूरिनरी हेल्थ के लिए केल
केल यूरिनरी हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन में यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में संक्रमण हो सकता है। कई बार यह दर्दनाक भी हो सकता है। ऐसे में विटामिन-सी युक्त केल के सेवन से इसका समाधान किया जा सकता है क्योंकि विटामिन-सी संक्रमण से लड़ने का काम करता है।

9. विटामिन फाइबर कैल्शियम व आयरन से भरपूर केल
केल में विटामिन फाइबर आयरन व कैल्शियम जैसे पौष्टिक तत्व पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं जो आपको स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। जहां विटामिन-ए और कैल्शियम त्वचा मस्तिष्क हड्डियों व दांतों के लिए लाभदायक होते हैं वहीं आयरन एनीमिया से बचाव कर सकता है। इसमें मौजूद फाइबर कब्ज और पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

10. त्वचा और बालों के लिए केल
केल न सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए बल्कि आपके बालों और त्वचा के लिए भी बहुत लाभदायक हो सकता है। केल में नियासिन और विटामिन-सी मौजूद होता है जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं साथ ही इसमें फोलेट मौजूद होता है जो बालों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। केल के सेवन से मेनोपॉज के बाद होने वाली बालों की समस्या से बचाव हो सकता है। इतना ही नहीं इसमें कई अन्य पौष्टिक तत्व भी मौजूद होते हैं जो आपके त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

केल के पौष्टिक तत्व-
नीचे हम आपके साथ एक सूची शेयर कर रहे हैं जिसमें केल में मौजूद पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी दी गई है (3)।

पोषकतत्व (प्रति 100 ग्राम)

पानी - 89.63 ग्राम

एनर्जी - 35 केसीएल

प्रोटीन - 2.92 ग्राम

टोटललिपिड (फैट) - 1.49 ग्राम

कार्बोहाइड्रेट -  4.42 ग्राम

फाइबर, टोटलडायटरी - 4.1 ग्राम

शुगर, टोटल - 0.99 ग्राम

मिनरल

कैल्शियम - 254 मिलीग्राम

आयरन - 1.60 मिलीग्राम

मैग्नीशियम - 33 मिलीग्राम

फास्फोरस - 55 मिलीग्राम

पोटैशियम - 348 मिलीग्राम

सोडियम - 53 मिलीग्राम

जिंक - 0.39 मिलीग्राम

विटामिन

विटामिनसी- 93.4 मिलीग्राम

थायमिन- 0.113 मिलीग्राम

राइबोफ्लेविन- 0.347 मिलीग्राम

नियासिन- 1.180 मिलीग्राम

विटामिनबी- 6 0.147 मिलीग्राम

फोलेट- 62 माइक्रोग्राम

विटामिनबी- 12 0.00 माइक्रोग्राम

विटामिनए, आरएई- 241माइक्रोग्राम

विटामिनए, आईयू- 4812 आईयू (IU)

विटामिनई- 0.66 मिलीग्राम

विटामिनडी (डी2 + डी3)- 0.0 माइक्रोग्राम

विटामिन डी-  0 आईयू (IU)

विटामिन के-  389.6 माइक्रोग्राम

लिपिड

फैटीएसिड, टोटलसैचुरेटेड- 0.178 ग्राम

फैटीएसिड, टोटलमोनोअनसैचुरेटेड- 0.104 ग्राम

फैटीएसिड, टोटलपोलीअनसैचुरेटेड- 0.673 ग्राम

फैटीएसिड, टोटलट्रांस- 0.000 ग्राम

कोलेस्ट्रॉल- 0 मिलीग्राम

अन्य
कैफीन- 0 मिलीग्राम केल

केल खाने का सही तरीका
अगर आप इस दुविधा में हैं कि केल को कैसे खाना है तो अब आपको उलझन में रहने की जरूरत नहीं नीचे जानिए इसे खाने के विभिन्न तरीके।
  • केल को स्टीम करके आहार में शामिल कर सकते हैं।
  • आप केल को उबालकर सलाद के साथ खा सकते हैं।
  • आप केल का सूप बनाकर पी सकते हैं या केल को अन्य सूप में भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
  • आप केल की स्मूदी बना सकते हैं या अन्य स्मूदी में केल के पत्ते मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
  • आप केल के चिप्स बनाकर सेवन कर सकते हैं।
  • आप केल का जूस भी पी सकते हैं।

केल (काले) का चयन और सुरक्षित रखने का सही तरीका
नीचे जानिए कि काले के फायदे पाने के लिए सही केल का चुनाव कैसे करें और उसे कैसे ज्यादा दिनों तक स्टोर करके रखें।
  • उन केल का चुनाव करें जिसकी पत्तियां गहरे रंग और छोटे से मध्यम आकार की हों।
  • नम कुरकुरा और बिना कटे हुए केल के पत्तों का चुनाव करें।
  • उन पत्तों का चुनाव करें जिसमें छेदन हो। अगर पत्तों में छेद है तो समझ जाएं कि उनमें कीड़े हो सकते हैं।
  • पीले या भूरे रंग के पत्तों वाले केल का चुनाव न करें।
  • केल के तने भी खाने योग्य होते हैं इसलिए सुनिश्चित करें कि वे भी ताजे हों।
  • अगर बात करें केल को स्टोर करने की तो एक प्लास्टिक की थैली में या फ्रीजर के अंदर केल को स्टोर करके रख सकते हैं।

केल के नुकसान
हम इसके नुकसान के बारे में इसलिए बता रहे हैं ताकि आपको इसका लाभ अधिक से अधिक मिल सके।
  • अगर केल का सही तरीके से पकाकर सेवन न किया जाए तो इससे गोइटर (थायराइड ग्लैंड का बढ़ना और इसमें सूजन होना) जैसी बीमारी की समस्या हो सकती है। वहीं केल को हमेशा अच्छी तरह साफ करने के बाद ही बनाएं।
  • केल में ऑक्सलेट मौजूद होता है और इसके अधिक सेवन से किडनी की समस्या हो सकती है।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए केल अच्छा आहार है लेकिन फिर भी अगर आप पहली बार इसका सेवन कर रही हैं तो एक बार डॉक्टर से इस बारे में परामर्श लें।
  • अगर अब तक आपने केल को अपने आहार में शामिल नहीं किया है तो आशा करते हैं कि इस लेख में काले खाने के फायदे जानने के बाद आप इसका सेवन जरूर शुरू कर देंगे। इसके नियमित सेवन से आपको केल के लाभ अपने शरीर में दिखने लगेंगे। वहीं इसकी सेवन करने से पहले इसकी मात्रा और सावधानियों को ध्यान में जरूर रखें वरना इसके कुछ दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि हमारा यह लेख आपके लिए लाभकारी साबित होगा। इस तरह की अन्य जानकारी पाने के लिए स्टाइल क्रेज के साथ जुड़े रहें।