फूल गोभी की अगेती किस्में
पूसा अर्ली सिंथेटिक:- इस किस्म को लगाने का समय जायद में फरवरी-मार्च और खरीफ में जुन-जुलाई हैं। मटियार दोमट और बलुई दोमट इसके लिये उपयुक्त भूमि हैं। वानस्पतिक गुण पौधा सीधा, पत्तियॉं नीली-हरी, फूल क्रीमी सफेद तथा ठोस होता है। पौधों को लगाने के बाद फसल को तैयार होने में 70-75 दिन समय लगता है। प्रति हेक्टेयर 120 से 150 क्विंटल तक उपज होती है। लागत जायद में रू 70000/-प्रति हे. और खरीफ में रू 65000/- प्रति हे. लगता है। शुद्ध आमदनी जायद में रू 75000/-प्रति हे. और खरीफ में रू 70000/- प्रति हे. प्राप्त होता है।
पूसा दीपाली:- इस किस्म के पौधे रोपाई के 60 से 70 दिन बाद पैदावार देने के लिए तैयार हो जाते है। इस किस्म के पौधों में 24 से अधिक पत्तियां पाई जाती है । फूल गोभी की इस किस्म में फूल सफ़ेद और ठोस गुथे हुए पाए जाते है, जो प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 40 से 60 क्विंटल की पैदावार देती है।
पूसा मेघना:- इस किस्म के पौधे रोपाई के 95 दिन बाद पैदावार देने के लिए तैयार हो जाते है। इसका पौधा मध्यम आकर एवं 30-40 सें.मी. ऊचॉई का कम फैलने वाला होता हैl विशिष्ट गुण फूल सफेद, लघु एवं मध्यम आकार के 350 से 400 ग्रा का होता हैl फूल गोभी की यह किस्म 125 क्विंटल की पैदावार देती है।
पुसा कार्तिक संकर:- यह किस्म पौधे रोपाई के 95 दिन बाद पैदावार देने के लिए तैयार हो जाते है। विशिष्ट गुण फूल सफेद एवं मघ्यम आकार के वजन लगभग 475 ग्राम होता है। इस किस्म में डाउनी मिल्डयू के लिए प्रतिरोधी क्षमता पाया जाता है। यह किस्म 149 क्विंटल की पैदावार देती है।
फूल गोभी की मध्यम प्रजाति की किस्में
पूसा शुभ्रा:- इसकी खेती के लिए बलुई दोमट से दोमट मिटटी उपयुक्त है। वानस्पतिक गुण पौधा सीधा तथा तना लंबा, पत्तियॉं नीली-हरी तथा मोम आवरण से युक्त, फूल पुष्ट तथा सफेद होता है। यह पौधों की रोपाई के 90 दिन बार पैदावार देना आरम्भ कर देते है। फूल गोभी की यह किस्म 200 से 250 क्विंटल की पैदावार देती है। विशिष्ट गुण फूल का वजन 700-800 ग्राम होता है। लागत रु.70000/-प्रति हे. लगता है। शुद्ध आमदनी रू 80000/-प्रति हे. प्राप्त होता है।
पूसा हिम ज्योति:- यह किस्म पौधे रोपाई के 65 दिन बाद पैदावार देने के लिए तैयार हो जाते है। इसमें निकलने वाले फल सफ़ेद रंग के होते है, जिनकी पत्तियों का रंग हरा तथा नीला होता है। यह प्रति हेक्टेयर के हिसाब से तक़रीबन 200 क्विंटल की पैदावार देने वाली किस्म है। विशिष्ट गुण फूल का वजन 500-600 ग्राम होता है। लागत रू 65000/-प्रति हे. लगता है। इसकी खेती से शुद्ध आमदनी रु. 75000/-प्रति हे. प्राप्त होता है।
पूसा कतकी:- वानस्पतिक गुण पौधा मध्यम आकार का, पत्तियॉं नीली-हरी तथा किनारा लहरदार होता है। फूल का रंग क्रीमी सफेद होता है। यह पौधों की रोपाई के 60-70 दिन बार पैदावार देना आरम्भ कर देते है। यह औसत उपज 120 क्वीं./हे. और संभव उपज 150 क्वीं./हे. पैदावार देने वाली किस्म है। विशिष्ट गुण अक्टूबर के अंत तक फूल उपलब्ध होने से मूल्य अधिक मिलता है। लागत रू 65000/-प्रति हे. लगता है। शुद्ध आमदनी रू 75000/-प्रति हे. प्राप्त होता है।
फूल गोभी की पछेती किस्में
स्नोबाल 16:- वानस्पतिक गुण बाहरी पत्तियॉं सीधी खड़ी होती है। फूल पुष्ट और सफेद होता है इस किस्म में पौधे रोपाई के 90 दिन पश्चात पैदावार देना आरम्भ करते है । इस किस्म में तकरीबन 220 से 250 क्विंटल की पैदावार प्राप्त हो जाती है । विशिष्ट गुण फूल का आकार बड़ा होता है। लागत रू. 80000/-प्रति हे. लगता है। शुद्ध आमदनी रू 90000/-प्रति हे. प्राप्त होता है।
पूसा स्नोबॉल-1:- इस किस्म के पौधे रोपाई के 90 दिन पश्चात पैदावार देना आरम्भ कर देते है । इसमें निकलने वाले फूल देखने में बड़े आकार के तथा ठोस होते है। यह प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 200 से 250 क्विंटल की पैदावार देने वाली किस्म है ।
पूसा स्नोबॉल के.-1:- फूल गोभी की यह किस्म पौध रोपाई के 90 दिन बाद पैदावार देने के लिए तैयार हो जाती है। इसमें अत्यधिक सफ़ेद रंग के फूल पाए जाते है, जो आकार में काफी बड़े होते है। इसका फल 24-28 पत्तियों से ढका होता है, जिसमे पत्तियों का रंग हल्का हरा होता है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर के हिसाब से तक़रीबन 250 क्विंटल की पैदावार देती है।
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