रोशनी वर्मा
शोध विद्यार्थी, कृषि अर्थशास्त्र विभाग
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर
छत्तीसगढ़ सरकार ने 2018 में ग्रामीणों, किसानों और मजदूरों के लिए न्याय योजनाओं की एक बड़ी श्रृंखला शुरू की, जिसका उद्देश्य इस तब के की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़कर ने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देना था। देश के किसी भी राज्य में इस तरह की पहल पहली बार हो रही थी। इसकी शुरुआत राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ हुई, और अब भूमिहीन किसानों-मजदूरों को भी इसमें शामिल कर लिया गया। लोकसभा में कृषि मामलों की समिति ने भी छत्तीसगढ़ सरकार के गोधन न्याय योजना की तारीफ की है और इसे पूरे देश में लागू करने की बात कही है।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रस्तुत राज्य के बजट में किसानों के कल्याण के लिए 5700 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, जिसके माध्यम से राजीव गांधी किसान न्याय योजना 21 मई 2020 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधीजी के शहादत दिवस पर शुरू की गई थी।
छत्तीसगढ़ में कुल कृषि योग्य भूमि क्षेत्र 46.77 लाख हेक्टेयर है। राज्य की 70% आबादी कृषि में लगी हुई है और लगभग 37.46 लाख किसान परिवार हैं।
इस योजना का उद्देश्य फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करना और कृषि क्षेत्र में वृद्धि करना है। योजना के तहत प्रदान किए गए 5750 करोड़ रुपये चार किस्तों में किसानों के खातों में स्थानांतरित किए गए। इस योजना से राज्य के 19 लाख किसान लाभान्वित हुए। योजना के प्रारंभिक वर्ष में धान, मक्का और गन्ना (रबी) फसलों को शामिल किया गया था। वर्ष 2020-21 में दलहन और तिलहन फसलों को भी शामिल करने का निर्णय लिया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने भी राज्य के भूमिहीन खेति हर मजदूरों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दूसरे चरण में शामिल करने का निर्णय लिया है।
इस योजना के तहत आगामी खरीफ सीजन की तैयारी के लिए किसानों को 21 मई 2021 को 1500 करोड़ रुपये मिले। इनपुट सब्सिडी के रूप में राशि प्रदेश के 22 लाख किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित किए गए। पर्यावरण संरक्षण हेतु खेतों में पेड़ लगाने वाले किसानों को 10,000 रुपये की इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। अगले तीन वर्षों के लिए प्रतिवर्ष 10 हजार दिये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में किसानों के कृषि ऋण माफ करने के अलावा 11 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रोत्साहन भी वितरित किए हैं।
गोधन न्याय योजना
20 जुलाई 2020 को छत्तीसगढ़ सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने, ग्रामीण और शहरी स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करने, गाय पालन और गाय संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ पशुपालकों को आर्थिक रूप से लाभान्वित करने के लिए गोधन न्याय योजना शुरू की। योजना के अनुसार, सरकार किसानों और पशु पालकों से 2 रुपये प्रतिकिलो ग्राम की दर से गाय का गोबर खरीदती है।
खरीद के बाद, महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गाय के गोबर को वर्मी कम्पोस्ट और अन्य उत्पादों में परिवर्तित किया जाता है, जिसे किसानों को जैविक खाद के रूप में ₹10 प्रति किलोग्राम में बेचा जाता है, इस योजना का उद्देश्य रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करना है।
मार्च 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, गोधन न्याय योजना के तहत पशुधन मालिकों को 88 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इस योजना के तहत, राज्य के 1,62,497 पशु पालक लाभान्वित हो रहे हैं, जिसमें 70,299 भूमिहीन ग्रामीण और गोधन न्याय योजना के लाभार्थियों में 44.55 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना
छत्तीसगढ़ राज्य के ग्रामीण अंचल के भूमिहीन मजदूरों को आर्थिक मदद देने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना इसी वित्तीय वर्ष से लागू होगी। इसका लाभ राज्य के लगभग 12 लाख ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूरों को मिलेगा।
राज्य के सभी किसान परिवारों के उज्जवलव सार्थक भविष्य को सुनिश्चि करने के लिए आधिकारीक तौर पर राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना 2021 का शुभारम्भ कर दिया गया है जिसके तहत सभी लाभार्थी किसान परिवारों को कुल 6,000 रुपयो की आर्थिक सहायता सीधा उनके बैंक खातो में, प्रदान की जायेगी ताकि उनका और उनके पूरे परिवार का सतत विकास हो सकें। योजना के तहत जारी सभी आर्थिक सहायता परिवार के मुखिया को प्रदान की जायेगी, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना 2021 के तहत दी जाने वाली आर्थिक सहायता कुल 2 अलग – अलग किस्तों में सीधा उनके बैंक खातो में, जमा की जायेगी।
संदर्भ
1. "Godhan Nyay Yojna: लोकसभा में कृषि मामलों की स्थायी समिति ने छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना की सराहना की". Nai Dunia. 2021-03-10. अभिगमनतिथि 2021-07-05.
2. "छत्तीसगढ़ में 'राजीव गांधी किसान न्याय योजना' लॉन्च, 19 लाख किसानों को 4 किस्तों में मिलेंगे 5700 करोड़". The Financial Express. 2020-05-21. अभिगमन तिथि 2021-07-06.
3. "छत्तीसगढ़: राजीव गांधी किसान न्याय योजना से 19 लाख किसानों को होगा फायदा". आजतक. अभिगमनतिथि 2021-07-06.
4. "Rajiv Gandhi Kisan Nyaya Yojana: लगभग 22 लाख किसानों के बैंक खाते में पहुंचे न्याय के 1500 करोड़ रुपये". Nai Dunia. 2021-05-21. अभिगमन तिथि 2021-07-08.
5. "छत्तीसगढ़ में आएगी राजीव गांधी न्याय योजना, 19 लाख किसानों को मिलेंगे 10 हजार रूपये प्रति एकड़". आजतक. अभिगमन तिथि 2021-07-08.
6. "छत्तीसगढ़ सरकार की किसानों को सौगात: खाते में पहुंची राजीव गांधी किसा नन्याय योजना की पहली किस्त". Patrika News (hindi में). अभिगमनतिथि 2021-07-08.
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