विश्व दुग्ध दिवस 1 जून के मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र, दंतेवाड़ा द्वारा अंतरराज्यीय वेबीनार का आयोजन किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र दंतेवाड़ा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ नारायण साहू ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य डेयरी या दूध उत्पादन के क्षेत्र में स्थिरता, आजीविका व आर्थिक विकास को बढ़ावा देना तथा दूध को वैश्विक भोजन के रूप में मान्यता देना है।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एसके पाटील होंगे तथा दाऊ श्रीवासुदेव चंद्राकर कामधेनू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एनपी दक्षिणकर भी हिस्सा लेंगे। 

कृषि तकनीकी अनुप्रयोग एवं अनुसंधान संस्थान जबलपुर से डॉ एसआरके सिंह एवं निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ एससी मुखर्जी भी भाग लेकर प्रतिभागियों को दुग्ध उत्पादन विपणन प्रसंस्करण व आजीविका संवर्धन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रदर्शन व मार्गदर्शन करेंगे। डॉ साहू ने बताया कि कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में डॉ एचसी नंदा, अधिष्ठाता शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, जगदलपुर द्वारा कृषकों की आय दोगुनी करने में दुग्ध उत्पादन की भूमिका विषय पर, डॉ एसके के तिवारी अधिष्ठाता पशु चिकित्सा व पशुपालन महाविद्यालय द्वारा दुधारू पशुओं का चिकित्सकीय देखभाल पर एवं डॉ लक्ष्मी अजगले, संयुक्त संचालक, पशुपालन विभाग बस्तर संभाग द्वारा दुग्ध उत्पादकों हेतु संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। 

डॉ सुधीर उपरीत, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, दाऊ श्रीवासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय द्वारा दुग्ध एक संपूर्ण आहार-पोषणात्मक मान का विश्लेषण किया जाएगा। इस वेबीनार में अभी तक 800 से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है, जिसमें से सिर्फ दंतेवाड़ा के ही 250 से ज्यादा किसान जुड़े हैं तथा इस वेबीनार में एक हजार से ज्यादा लोगों के जुड़ने की उम्मीद है।