अब एक बोरी यूरिया खाद महज 500 एमएल की बोतल में मिलेगी, सुनने में आपको भले ही यह अटपटा लगे पर यह कर दिखाया हैं इफको के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने, इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को आपरेटिव लिमिटेड (इफको) की 50वीं वार्षिक आम बैठक में पूरी दुनिया के किसानों के लिए विश्व का पहला नैनो यूरिया तरल लेकर आया हैं। नैनो यूरिया बनाने का उद्देश्य पी.एम. मोदी की उस अपील से हैं, जिसमें उन्होंने मिट्टी के यूरिया के प्रयोग में कमी लाने की बात कही थी।

इफको के वैज्ञानिकों और इंजीनियरो ने अनुसंधान के बाद नैनो यूरिया तरल को स्वदेशी और प्रोपाइटरी तकनीक के माध्यम से कलोल स्थित नैनो जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केन्द्र में तैयार किया हैं। यह नवीन उत्पाद आत्म निर्भर भारत और आत्म निर्भर कृषि की दिशा में एक सार्थक कदम हैं। इफको नैनो यूरिया तरल को पौधों के पोषण के लिए प्रभावी व असरदार पाया गया हैं, इसके प्रयोग से फसलों की पैदावार बढ़ती हैं तथा पोषक तत्वों की गुणवत्ता में सुधार होता हैं। नैनो यूरिया भूमिगत जल की गुणवत्ता सुधारने तथा जलवायु परिवर्तन व टीकाऊ उत्पादन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में अहम भूमिका निभायेगा।

किसानों द्वारा नैनो यूरिया तरल के प्रयोग से पौधों को संतुलित मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त होंगे और मिट्टी में यूरिया के अधिक प्रयोग में कमी आयेगी। यूरिया के अधिक प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषित होता हैं, मृदा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता हैं, पौधों में बीमारी और कीट का खतरा अधिक बढ़ जाता हैं, फसल देर से पकती हैं और उत्पादन कम होता हैं, साथ ही फसल की गुणवत्ता में कमी आती हैं। नैनो यूरिया तरल फसलों को मजबूत और स्वस्थ बनाता हैं तथा फसलों को गिरने से बचाता हैं। नैनो यूरिया तरल किसानों के लिए सस्ता हैं और यह किसानों की आय बढ़ाने में प्रभावकारी साबित होगा।

इफको नैनो यूरिया तरल की 500 मि.ली. की एक बोतल सामान्य यूरिया के कम से कम एक बैग के बराबर होगी। इसके प्रयोग से किसानों की लागत कम होगी। नैनो यूरिया तरल का आकार छोटा होने के कारण इसे पाॅकेट में भी रखा जा सकता हैं जिससे परिवहन और भंडारण लागत में काफी कमी आयेगी, राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रणाली (एन.ए.आर.एस.) के तहत आई.सी.ए.आर. संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि विज्ञान केन्द्रों में 43 फसलों पर किये गये बहु-स्थानीय और बहु-फसली परीक्षणों के आधार पर इफको नैनो यूरिया तरल को उर्वरक नियंत्रण आदेश (एफ.सी.ओ., 1985) में शामिल कर लिया गया हैं।

एक बोतल की कीमत 240 रूपए
इफको नैनो यूरिया तरल को सामान्य यूरिया के प्रयोग में कम से कम 50 प्रतिशत कमी लाने के प्रयोजन से तैयार किया गया हैं। इसके 500 मि.ली. की एक बोतल में 40,000 पी.पी.एम. नाइट्रोजन होता हैं जो सामान्य यूरिया के एक बैग के बराबर नाईट्रोजन पोषक तत्व प्रदान करेगा। इफको नैनो यूरिया का उत्पादन जून 2021 तक आरंभ होगा और शीघ्र ही इसका व्यावसायिक विपणन भी शुरू हो जाएगा। इफको ने किसानों के लिए 500 मि.ली. नैनो यूरिया की एक बोतल की कीमत रूपये 240/-निर्धारित की हैं जो सामान्य यूरिया के एक बैग के मूल्य से 10 प्रतिशत कम हैं। समिति ने इस उत्पाद के बारे में किसानों को पूरी जानकारी देने के लिए एक व्यापक देशव्यापी प्रशिक्षण अभियान चलाने की योजना बनायी हैं।