ब्रजेश कुमार नामदेव
वैज्ञानिक-कीट विज्ञान (फसल सुरक्षा)
देवीदास पटेल (वैज्ञानिक)
लवेश कुमार चौरसिया (वैज्ञानिक)
प्रवीण सोलंकी - कार्यक्रम सहायक (लेब तकनीशियन)
कृषि विज्ञान केंद्र गोविंदनगर होशंगाबाद (म.प्र.) 461990
brajesh.jnkvv@gmail.com

कृषि रसायन ऐसे रसायन जो फसलो में हानिकारक कीट, रोग एवं खरपतवार प्रबंधन में उपयोग लाये जाते है जो की रासायनिक पदार्थों का मिश्रण होता है इनका प्रयोग कृषि में आमतौर पर सभी फसलो में किया जाता है लेकिन कभी कभी इनके उपयोग के दौरान उपयोगकर्ता कुछ असावधानिया कर देते है जिससे पर्यावरण के साथ-साथ मानव स्वस्थ पर भी हानिकारक प्रभाव पढ़ता है द्य इन कृषि रसायनों का उपयोग बहुत ही सावधानीपूर्वक करना चाहिए इसी बात को ध्यान में रखते हुए किसान भाइयो को कृषि रसायनों के सुरक्षित उपयोग हेतु कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए जा रहे है।

खरीदते समय सावधानियां
  • कृषि रसायन (कीटनाशी, फफूंदनाशी, खरपतवारनाशी या अन्य रसायन) सिर्फ पंजीकृत डीलर से ही खरीदना चाहिए जिनके पास वैध लाइसेंस हो।
  • लेबल पर बैच संख्‍या, पंजीकरण संख्‍या, मैन्‍युफैक्‍चर और एक्‍सपाइरी तिथि देखें।
  • कंटेनर या पेकेट में अच्‍छी तरह से पैक किए हुए कीटनाशक ही खरीदें।
  • कीटनाशकों के कंटेनर या पैकेट पर मान्‍यता प्राप्‍त लेबल अवश्य देखें।

मिश्रण तैयार करते समय सावधानियां
  • रसायनों का मिश्रण किसी अनुभवी व्यक्ति के निर्देशन में ही बनाना चाहिए एवं घोल बनाने से पहले कंटेनर के ऊपर लगे लेबल को अवश्य पढ़ना चाहिए।
  • मिश्रण के लिए साफ एवं स्वच्छ पानी का उपयोग करना चाहिए।
  • मिश्रण बनाते समय आँखों में चश्मा हाँथ में रबर के दस्ताने नाक एवं मुहं में मास्क बाँध लेना चाहिए यदि ये न हो टो सिर को केप या तौलिया या साफ कपडे से ढक लेना चाहिए।
  • घोल बनाते समय शरीर का कोई भी भाग संपर्क में नहीं आना चाहिए।
  • मिश्रण तैयार करते समय कुछ खाना पीना या चबाना नही चाहिए।
  • मिश्रण बनाने के बाद हाथ धोने के लिए साफ़ पानी एवं साबुन पास रखना चाहिए।

छिड़काव से पूर्व सावधानियां
  • नोजल सही एवं साफ़ होना चाहिए।
  • स्प्रेयर टेंक को कभी सूघना नही चाहिए।
  • उपकरण लीक होने वाला या डिफेक्टिव नही होना चाहिए।
  • नोजल को कभी भी मुंह से फूक मारकर साफ नही करना चाहिए जरुरत पड़ने पर पुराने टूथब्रस का उपयोग करना चाहिए।

छिड़काव करते समय सावधानियां
  • पीडकनाशियो का उचित मात्रा में उपयोग करना चाहिए।
  • अधिक तापमान एवं तेज हवा चल रही हो तब छिड़काव एवं भुरकाव नही करना चाहिए।
  • छिड़काव सुबह या शाम को हवा की दिशा में करना चाहिए।
  • हवा की विपरीत दिशा में छिड़काव कभी भी नही करना चाहिए।
  • छिड़काव समान रूप से होना चाहिए।
  • कभी भी खाली पेट छिड़काव नही करना चाहिए।
  • छिड़काव करते समय आँखों में चश्माए हाँथ में रबर के दस्ताने नाक एवं मुंह में मास्क बाँध लेना चाहिए यदि ये नही हो तो सिर पर केप तोलियाँ या साफ़ कपड़ा से ढक लेना चाहिए।
  • छिड़काव के पश्चात् सारे कपडे गर्म पानी और साबुन से धोना चाहिए एवं स्वमं को भी अच्छी तरह साबुन से स्नान करना चाहिए।

अन्य बिंदु
  • छिड़काव के तुरंत बाद उपयोग में लाये हुए बर्तन एवं टेंक को अच्छी तरह से साफ़ करके रखना चाहिए।
  • एक की कीटनाशक को बार बार उपयोग नही लाना चाहिए अन्यथा कीटो में प्रतिरोध का विकास होता है।
  • कीटनाशको एवं खरपतवारनाशी को एक साथ मिलाकर उपयोग नही करना चाहिए।