द्रोणक कुमार साहू (पीएचडी स्कॉलर, कृषि अर्थशास्त्र), कपिल कुमार सोनी (कृषि व्याख्याता) एवं चंद्रशिखा (पीएचडी स्कॉलर, वानिकी) इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर,(छ.ग.)

                  

कृषि में आईसीटी की क्षमता का उपयोग करने के लिए, कृषि मंत्रालय द्वारा 21 जनवरी 2004 को “किसान काल सेंटर” KCCs योजना का शुभारंभ कियाI इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य टेलीफोन कॉल पर किसानों के प्रश्नों का जवाब देना है। ये कॉल सेंटर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 14 विभिन्न स्थानों में कार्यरत हैं। देश व्यापी ग्यारह अंकों वाला टोल फ्री नंबर 1800-180-1551 किसान कॉल सेंटर के लिए आवंटित किया गया है। यह नंबर सेवा सभी मोबाइल फोन और निजी सेवा प्रदाताओं सहित दूरसंचार नेटवर्क के लैंडलाइन फोन के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।
किसान कॉल सेंटर का उद्देश्य था कि वह किसानो की समस्यों का निवारण तुरंत कर सके साथ ही वह किसानो को जानकारी वहां की स्थानीय भाषा में दे सके जिससे कोई भी किसान अपनी समस्यों को कृषि विशेषज्ञ को आसानी से समझा सके यही कारण है कि सभी राज्यों और जगहों के हिसाब से किसान कॉल सेंटर वहां की स्थानीय भाषा जैसे हिंदी, मराठी, गुजराती, तेलगु, भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी, तामिल, मलयालम इत्यादि कई भाषओं में आप सीधे इनसे बात कर सकते है। यह देश के किसानो को 22 भाषों में जानकारी देते है।

किसान कॉल सेंटर में बात करने का समय (Kisan Call Center Timing)

किसान कॉल सेंटर में किसान भाई सुबह 6.00 बजे से रात 10.00 बजे तक बात कर सकते है यह सप्ताह के सातों दिन और साल के 365 दिन आपकी सेवा में उपलब्ध रहते है| किसान कॉल सेंटर एजेंट स्तर 1 एजेंट के रूप में जाना जाता हैI यह एजेंट कृषि में या उससे संबंधित (बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कुक्कुट, मधुमक्खी पालन, रेशम उत्पादन, कृषि अभियांत्रिकी, कृषि विपणन, जैव प्रौद्योगिकी, गृह विज्ञान) स्नातक या पी जी और डॉक्टरेट हैं। यह एजेंट स्थानीय भाषा में उत्कृष्ट होते है। 

किसान कॉल सेंटर की जानकारी के लेवल (Level of information of Kisan Call Center)
  1. प्रथम लेवल – फार्म टेली एडवाइजर – एग्रीकल्चर स्नातक व स्नाकोत्तर लोग खेती के बारे में जानकारी देते है।
  2. द्वितीय लेवल – जब प्रथम लेवल पर किसान की समस्या का निराकरण नहीं होता तो कृषि वैज्ञानिक/कृषि एक्सपर्ट टेली कांफ्रेसिंग के माध्यम से किसान की समस्या का समाधान करते है 
लेवल 1 के एजेंट द्वारा जो प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता, वह उच्च स्तर के विशेषज्ञों को भेजा जा सकता है यह विशेषज्ञ राज्य कृषि विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञ हैं किसान ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (KKMS) को किसानों के प्रश्नों के लिए, सही सुसंगत और त्वरित जवाब प्रदान करने के लिए कृषि और सभी राज्यों के संबद्ध क्षेत्रों पर उसमें मान्य जानकारी डालकर विकसित किया गया हैI किसान ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (KKMS) की अपनी अलग वेब साइट है।

किसान कॉल सेंटर से क्या जानकारी मिल सकती है
  • इससे सभी प्रकार के फसलों के बारे में किसान भाई जानकारी ले सकते है।
  • उद्यानिकी, फल, सब्जी एवं फूलों की खेती के बारे में भी जानकारी ले सकते है 
  • रेशमपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खीपालन, पशुपालन आदि के बारे जानकारी प्राप्त कर सकते है 
  • शासन के कृषि की योजनओं के बारे में भी जानकारी ले सकते है 
भारत में 13 कल सेण्टर है और उनमे 113 कृषि विशेषज्ञ कॉल रिसीव करते है और किसानो की समस्याओ का समाधान करते है। ये सभी कृषि विशेषज्ञ देश के अलग अलग जगहों से चुने गए है। जिन्हें की फसलो से जुडी सभी प्रकार की समस्यों एवं उनके निवारण की जानकारी होती है। 

किसान कॉल सेंटर से जुड़ी अन्य जानकारियां (Other information related to Kisan Call Center)
  • इसमें अगर कॉल तुरंत रिसीव नहीं होती है तो किसान को बाद में किसान कॉल सेंटर से कॉल किया जाता है ताकि किसान की समस्या का समाधानकिया जा सके।
  • (KCC) किसान कॉल सेंटर में पंजीयन करने पर किसानो को टेक्स्ट मैसेज या वौइस् मैसेज भी भेजा जाता है।
किसान कॉल सेंटर में पंजीयन कैसे करे – (How to register in Kisan Call Center) 

वेब पंजीकरण
वह किसान जिनके पास इंटरनेट की सुविधा हैं पोर्टल के माध्यम से रजिस्टर कर सकते हैं अथवा वह पास के सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) में जाकर, ग्राम स्तरीय उद्यमी के द्वारा रजिस्टर हों सकते हैं। पंजीकरण करवाने के लिए एक बार में तीन रुपए का शुल्क ग्राम स्तरीय उद्यमी द्वारा लिया जाएगा। वेब पंजीकरण के लिए http://mkisan.gov.in/hindi/wbreg.aspx लिंक है निम्नलिखित व्यक्तिगत विवरण के रजिस्टर करने के लिए अनिवार्य हैं : 
  • नाम
  • मोबाइल नंबर 
  • राज्य 
  • जिला 
  • ब्लाक 
किसान जानकारी प्राप्त करने के लिये भाषा एवं फसल व गतिविधियों के बारे में अपनी पसंद का चुनाव कर सकता है। 'रजिस्टर' बटन दबाने के बाद, एक सत्यापन कोड (वेरिफिकेशन कोड) किसान के मोबाइल पर भेजा जाएगा जो पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जरूरी है।

एसएमएस के माध्यम से पंजीकरण

किसान 51969 या 7738299899 पर एक एसएमएस भेजकर पंजीकृत कर सकते हैं

पंजीकरण के लिए प्रक्रिया और स्वरूप इस प्रकार हैं: -

संदेश बॉक्स में टाइप के लिए प्रारूप है - "किसान GOV REG < नाम > , <राज्य का नाम>, <जिला का नाम>, <ब्लॉक का नाम >" (राज्य, जिला और ब्लॉक के नाम के केवल पहले 3 वर्णों की आवश्यकता होती है) 

संदेश लिखने के बाद 51969 या 7738299899 पर भेज दें

किसान से इस एसएमएस के लिए शुल्क लिया जाएगा। हालांकि विशेषज्ञों और अधिकारियों से बाद में प्राप्त होने वाले एसएमएस के लिए कोई शुल्क नहीं होगा। कृपया ध्यान दें कि अल्पविराम (,) आवश्यक हैं। 

किसान कॉल सेंटर से आज देश भर के अनेक किसान इस सुविधा के माध्यम से अपनी फसल की पैदावार को और बढ़ा रहे है। किसानो को फसलो में होने वाले रोग एवं उनके निवारण की जानकारी नहीं थी। लेकिन आज किसान कॉल सेंटर (Kisan Call Center) के माध्यम से वो अपने फसलों से जुडी किसी भी प्रकार की समयों के निवारण के उपाय तुरंत जान सकते है। साथ से किसान कॉल सेंटर में किसान भाई स्वयं को रजिस्टर कर सकते है और यहां से वो अपने सामान को सीधे वय्पारी को भी बेच सकते है।