द्रोणक कुमार साहू एवं नरेश घृतलहरे (पीएचडी स्कॉलर, कृषि अर्थशास्त्र), 
आकाश तिवारी (एम.एस.सी., कृषि अर्थशास्त्र), 
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर,(छ.ग.)


खेती से जुड़े उपकरणों की खरीद के लिए किसान महाजन या फिर बैंक से महंगे ब्याज दरों पर कर्ज लेते थे। कई कर्ज चुका पाना किसानों के लिए काफी मुश्किल भरा होता था। ऐसे में किसानों के लिए ऋण लेना आसान बनाने के लिए भारत सरकार ने साल 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की। 

किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) क्या है और कैसे मिलता है?
किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को पर्याप्त और समय पर ऋण उपलब्ध कराने की अग्रणी ऋण वितरण प्रणाली हैं|किसान क्रेडिट कार्ड एक बहुत ही सरल और आसानी से उपलब्ध होने वाली प्रक्रिया हैं जिसके तहत किसान कृषि संबंधी गतिविधियों के लिए पैसा उधार ले सकता हैं| किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानो को एक क्रेडिट कार्ड एवम पासबुक उपलब्ध कराई जाती हैं| जिसमे उपभोक्ता का नाम, पता, जमीन की जानकारी, उधार की अवधि, वैलिडिटी पीरियड, और उपभोक्ता की पासपोर्ट साइज़ फोटो आदि जानकारी के तौर पर इंगित की जाती हैं। यह कार्ड एक परिचय पत्र की तरह भी काम करता हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड का इतिहास (History of Kisan Credit Card)
किसान क्रेडिट कार्ड 1998-99 में वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने शुरू की थी उस वक्त वित्त मंत्री ने अपनी स्पीच में कहा था किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan credit card Yojana) के तहत बैंक द्वारा किसानो को एक तरह से गोद लिया जायेगा जिससे किसान खेती के लिए उर्वरक बीज, खाद और कीटनाशक खरीद सके। नाबार्ड प्रमुख बैंकों के साथ विचार-विमर्श करके एक आदर्श किसान क्रेडिट कार्ड योजना तैयार की हैं यह स्कीम रिजर्व बैंक के साथ मिलकर शुरू की गई थी।

किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे (Benefits Of Kisan Credit Card)
  • किसान क्रेडिट कार्ड एक बहुत ही सरल प्रक्रिया हैं जिसे आसानी से बिना पढ़ा लिखा या कम पढ़ा लिखा व्यक्ति समझ सकता हैं और उसका इस्तेमाल कर सकता हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसान को हर साल लोन की प्रक्रिया नहीं करनी पड़ती, इस तरह यह कार्य समय और तनाव से राहत देती हैं इसमें किसान को ऋण क्रेडिट के तौर पर मिल जाता हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के कारण किसान बिना किसी चिंता के अपने खेत के लिए बीज, खाद और कीटनाशक खरीद सकता हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड ऋण अदा करने का समय किसान कि सुविधानुसार अर्थात फसल के बिकने के बाद तक होता हैं
  • किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये किसान बैंक की किसी भी शाखा से धन ले सकता हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता (Eligibility For Kisan Credit Card)
  • किसान क्रेडिट कार्ड के लिए वे सभी किसान अप्लाई कर सकते हैं जो कि स्वयं के खेत में कृषि उत्पादन में हो या अन्य किसी के खेत में कृषि का कार्य करते हो या किसी भी तरह के फसल उत्पादन से जुड़े हो, वे एकल या सम्मिलित क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसान को बैंक के ऑपरेशन एरिया में होना जरुरी हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के तहत बीज, उर्वरक, फसल कटाई के बाद का खर्च, जानवरों का खर्च, अन्य कृषि संबंधी गतिविधियों में लगने वाला खर्च एवम रखरखाव के लिए,किसान के घर की आवश्यकताओं के साथ कार्यशील पूंजी का उत्पादन, मत्स्य पालन आदि के लिए लघु अवधि के ऋण उपलब्ध कराता हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड तकनीकी सुविधा
  • पर्याप्त सिंचाई की सुविधाओं,मिट्टी, जलवायु की उपयुक्तता।
  • भण्डार की सुविधा
  • उत्पादन की उपयुक्ता
ऋण की राशि कितनी होगी या अहम सवाल हैं

ऋण की राशि कृषि योग्य क्षेत्र, पूर्व उत्पादन, जमीन की उर्वरकता एवम खेती को पुनः कृषि योग्य बनाने में लगने वाली लागत आदि पर निर्भर करता हैं

किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत लोन सुविधा (Key Points For Kisan Credit Card)-
  • पहले साल के लिए short term credit limit फिक्स की गई हैं जो कि फसलों की खेती, प्रस्तावित फसल पद्धति पर निर्भर करती है।
  • आगामी फसल एवं  आवश्कतानुसार 
  • फसलो की देख रेख का खर्च, उनका बीमा, किसानों का एसेट बीमा एवम दुर्घटना बीमा
  • आने वाले प्रत्येक वर्ष 1 से 5 में लोन 10 % बढाकर दिया जायेगा और जो short term credit limit दी गई थी उसे पाँचवे वर्ष में 150% तक बढ़ा दिया जायेगा।
  • कृषि औजार / उपकरण आदि पर इन्वेस्ट होने वाली क्रेडिट राशि और एक वर्ष की अवधि के भीतर लौटाई गई राशि की जानकारी KCC की लिमिट तय करते वक्त देखी जाती हैं।
  • जो short term loan पाँच वर्ष के लिए दिया जायेगा एवम अनुमानित निवेश ऋण इन्हें KCC की Maximum Permissible Limit (MPL) के तौर पर इंगित किया जायेगा।
  • KCC धारको को एटीएम कम डेबिट कार्ड दिया जायेगा साथ ही उसका इस्तेमाल भी सिखाया जायेगा जिससे वे पैसे निकल सके।
  • जब KCC limit 3 लाख होती हैं तब प्रोसेसिंग शुल्क माफ़ कर दिया जाता हैं। 
  • शर्तो के अनुसार नयी MDL का निर्धारण किया जायेगा योग्य फसलों को फसल बीमा योजना के तहत कवर किया जाएगा जो कि राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एनएआईएस ) के तहत आएगा।
किसानो की जरुरत एवं उनकी आर्थिक स्थिती देखते हुए यह किसान क्रेडिट कार्ड योजना बहुत लाभकारी हैं|आज पृकृति के बदलते व्यवहार के कारण सबसे ज्यादा देश का किसान परेशान हैं|ऐसे में खेती से संबंधी जरुरी उर्वरक, बीज,खाद एवम अन्य समान लेने में मिलने वाली यह मदद किसान को राहत देती हैं


किसानो को समय के अनुसार खेती में परिवर्तन करने की भी आवश्यक्ता हैं


इसके लिए किसानो को किसान कॉल सेंटर से जुड़ना चाहिये, साथ ही किसानो को अपने बच्चों की पढाई लिखाई पर पूरा ध्यान देना चाहिये, ताकि भविष्य में वे किसानी के अलावा भी कुछ कार्य कर सके। खेती से जुड़े उपकरणों तथा खाद, बीज, कीटनाशक इत्यादि की खरीद के लिए किसानों की महाजनों तथा महंगे दरों वाले कर्जों पर निर्भरता कम करने के लिए भारत सरकार ने साल 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम शुरू किया था। इसके तहत कार्डधारक किसान अपनी जरूरत की चीजें खरीद सकता है और फसल बेचने के बाद लिया गया ऋण चुका सकता है।

किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत बीमा 

किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत KCC धारक को व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर भी प्रदान किया जाता है। जो इस प्रकार है - मृत्यु पर रू. 50000 , विकलांगता पर रू. 25000 , इस योजना के अंतर्गत 70 वर्ष तक कवर प्रदान किया जाता है।