कहते हैं- मंजिल उन्हीं को मिलती, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान होती है। मजबूत इरादों वाली हल्दी की खेती करने वाली जय गंगा मैया स्वसहायता समूह की महिला कृषक श्रीमती प्रीति साहू ने इस बात को सही साबित कर दिखाया है। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम करमतरा की श्रीमती प्रीति साहू ने धमतरी के मोरवा में हल्दी की खेती का प्रशिक्षण लिया और प्रोत्साहित हुई। उन्होंने कहा कि राज्य आजीविका मिशन की सहायता से मिली राशि से उन्हें हल्दी की खेती करने का हौसला मिला और फसल बहुत अच्छी हुई है। श्रीमती प्रीति ने बताया कि उन्होंने अपनी बाड़ी के 70 डिसमिल में हल्दी की खेती की है। जिसके लिए उन्हें राज्य आजीविका मिशन की सहायता से 50 हजार रूपए का ऋण मिला और उन्होंने आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाये। उन्होंने बताया कि एक फसल में लगभग 15 क्विंटल तक हल्दी उत्पादन होगा। जिससे 40 हजार रूपए तक आमदनी हो जाएगी। उनकी बाड़ी में क्रेडा की ओर से सिंचाई के लिए सोलर पैनल भी लगा हुआ है।